History of Vaidya (Ayurvedic Doctor)
वैद्य योगेश वाणी वैसे महाराष्ट्र से आए हैं। महाराष्ट्र में ही B.A.M.S पास करने के बाद गुजरात राज्य में सूरत के पास गाव में दवाखाना चालू किया। 5 साल के बाद शहर में हॉस्पिटल चालू किया। उसके बाद उन्होंने देखा झूट बहुत करना पड़ता है। कुछ सेवा का आनंद नहीं मिल रहा था।
एक बार अमर शहीद श्री राजीवजी दिक्षित का व्याख्यान सुना तब लगा समाज को कुछ देना हो तो आयुर्वेद जो पांचवा वेद है, वह देना चाहिए। आज अनेक हॉस्पिटल होते हुएभी एक भी रोग अच्छा नहीं हो रहा है। डॉक्टर बढे ! हॉस्पिटल बढे ! संशोधन बढे !
तो भी हमारा आयु ज्यादा होना चाहिए था, और रोग कम होने चाहिए थे वह नहि हुवा।
ऐसा क्यों ?
डॉक्टर को लगता है मुझे दवा ही देनी है, दर्दी को लगता है मेरे लिए डॉक्टर और दवा ही सर्वस्व है। लेकिन उन्होंने संशोधन किया, ‘दवा और डॉक्टर के अलावा बहुत कुछ है’ जिसके ऊपर किसी का ध्यान नहीं था।
तब उनको लगा रोगों को मिटाना हो, भारत का सर्वेत्र सुखिनः संतु को सार्थक करना हो तो डॉक्टर होने के नाते समाज के लिए कुछ करना होगा, और इस विचारमें से लक्ष्मी नारायण चैरिटेबल ट्रस्ट आरोग्य प्रचारक संस्था की स्थापना की, जिससे वह आदर्श वैद्य बने और असाध्य रोगों में परिणाम लिए।
समाज में ज्यादा से ज्यादा लोगों के जागृति के लिए लायंस क्लब, रोटरी क्लब, मानवाधिकार, रेड क्रॉस जैसी बड़ी संस्था से वे जुड़े और यही
आरोग्य जागृति और
भारत भर में व्याख्यान से रोग मुक्ति
अभियान के अनोखे प्रयोग से अनेक अवॉर्ड्स प्राप्त कीए।
Reason of Ideal Vaidya
वैद्य योगेश वाणी ने आज असाध्य रोगो में जब मॉर्डन चिकित्सा भी हार गई है, तब उसके लिए भारतभर में आरोग्य व्याख्यान से रोग मुक्ति का अभियान चलाया जिसमें 45 मिनिट का व्याख्यान में
- जीवन शैली
- रसोई घर
- सोच
- प्रकृति
- आयुर्वेद
इन सब का समन्वय कर के अनेक रोगियों को निरोगी किया है।
Vision & Social Work
ध्येय : स्वस्थ व्यक्ति, स्वस्थ समाज
लक्ष्य : आरोग्य जागृति एवं रोग मुक्ति अभियान तथा सकारात्मक सोच की वृद्धि
मूल्य : सर्वेत्र सुखिनः संतु
सिद्धांत :
- नो कंसलटिंग (No Consulting)
- नो रिपोर्टिंग (No Reporting)
- नो ऑपरेशन (No Operation)
- नो डोनेशन (No Donation)
उन्होंने समाज को ज्यादा से ज्यादा स्वस्थ करने के लिए एम.डी हर्बल, मर्म चिकित्सा, एक्यूप्रेशर, नाड़ी परीक्षा, नेचुरोपैथी चिकित्सा का ज्ञान अवगत किया।
Awards
- नमो बुद्ध अवार्ड as सोशल एक्टिविस्ट
- Gandhi Peace Foundation Nepal as Social Awareness,
- International Institute of Lifestyle Management as a Corona Warrior
- बा बापू सेवा रत्न अवॉर्ड
- सोशल सर्विस राष्ट्रीय सेवा रत्न अवॉर्ड as human resource
- Chikitsa Sansar Uttam Jivan Shaili Award
- Dr APJ Abdul Kalam International Award
नि:शुल्क गतिविधियां (Social Work)
शुद्ध भाव से अनेक नि:शुल्क गतिविधियां चालू की जिसमें :
- माधव निदान केंद्र
- आरोग्य व्याख्यान
- स्वास्थ्यम् पुस्तकालय
- सुवर्णप्राशन
- गर्भाधान संस्कार
- दिव्यांगों का उपचार
- प्रज्ञाचक्षु का उपचार
- आत्महत्या निवारण केंद्र
- बॉडी चेकअप
- व्यसन मुक्ति केंद्र
शुल्क गतिविधियां
जीवन निर्वाह के लिए शुल्क
- निरामय स्वदेशी केंद्र
- निरामय पंचकर्म केंद्र
- वाग्भट मर्म चिकित्सा केंद्र
- मन शांति वैलनेस केंद्र
उत्साह से यह प्रवृत्ति अविरथ कर के सही मायने में आदर्श वैद्य का आनंद ले रहे है और निरामय स्वदेशी केंद्र की स्थपना की जिसमें
- समाज आत्म निर्भर बने,
- स्वदेश प्रेमी बने।
इसी तरह आरोग्य जागृति और रोग मुक्ति के अभियान को समाज के हर एक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए अविरत मेहनत प्रयत्न कर रहे हैं, और लाखों लोगों को रोग मुक्त कर कर हर एक के जीवन में खुशाली भी बांट रहे हैं।
निशुल्क व्याख्यान के द्वारा पिछले कुछ सालों में भारत भर में 350+ से भी ज्यादा आरोग्य सभा करी है।
लाखों लोगों को आरोग्य जागृति के द्वारा 100 साल स्वास्थ्य जीवन, तंदुरुस्त जीवन और स्पिरिट के साथ कैसे जिए उसका मार्गदर्शन देते जा रहे हैं। (Best Ayurvedic Doctor in Surat)
सालों पहले ऋषि यों के द्वारा दी गई मूल्यवान माहिती को, आयुर्वेद (Ayuvedic Treatment in Surat) के ज्ञान को शुद्ध भाव के साथ हर एक व्यक्ति तक पहुंचाने का संकल्प करके आगे बढ़ रहे हैं।
आइए हम भी आरोग्य जागृति में अपना योगदान दें, और स्वास्थ्य रक्षक बनकर समाज में आरोग्य जागृति फैलाएं।